यातायात प्रभाग

पृष्ठभूमि

बिहार राज्य में यातायात प्रभाग का गठन वर्ष 2022 में किया गया। पूर्व में यह इकाई सड़क सुरक्षा कोषांग के नाम से अपराध अनुसंधान विभाग, बिहार, पटना के अधीन कार्यरत था। इसका मुख्य उद्देश्य सुगम एवं सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करना है। इस हेतु यातायात पुलिस के मुख्य दायित्व सड़क सुरक्षा, यातायात विनियमन एवं नियंत्रण, प्रवर्तन में नूतन तकनीक संचार (Infusion), सड़क दुर्घटना से संबंधित काण्डों के अनुसंधान, पीड़ित को दावा भुगतान में सहयोग (Facilitation), जागरूकता सृजन, दुर्घटना एवं यातायात नियमों के उल्लंघन संबंधी ऑकड़ों का सटीक संकलन एवं विश्लेषण के साथ-साथ हितधारकों के साथ समन्वय इत्यादि से संबंधित नीति निर्धारण, कार्यान्वयन का अनुश्रवण एवं साक्ष्य आधारित Intervention Strategy बनाना है।

प्रशासनिक ढांचा

यातायात प्रभाग

अपर पुलिस महानिदेशक
सहायक पुलिस महानिरीक्षक
पुलिस उपाधीक्षक

जिला/क्षेत्र

पुलिस महानिरीक्षक/उप-महानिरीक्षक
पुलिस अधीक्षक
पुलिस उपाधीक्षक (यातायात)
थानाध्यक्ष, यातायात थाना

प्रभाग प्रमुख एवं पदाधिकारी

क्रम पद नाम कमरा सं0 मोबाईल नं0 टेलीफोन नं0 ईमेल आई0डी0
1 अपर पुलिस महानिदेशक श्री सुधांशु कुमार A/505 9031829356 0612-2294196 adgtraffic-bih@gov.in
igtraffic-bih@gov.in
2 सहायक पुलिस महानिरीक्षक श्री अनन्त कुमार राय C/607 9031829358 - -
3 वरीय पुलिस उपाधीक्षक श्री अमरेन्द्र कुमार A/511 9431248755 - -
4 पुलिस उपाधीक्षक श्री भारत भूषण A/511 9934427955 - -

शाखाएं

1. मानव संसाधन

मानव संसाधन शाखा जिलों में यातायात कार्य में संलग्न पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों का पदस्थापन, प्रशिक्षण, इनके अनुशासन एवं कार्यों का अनुश्रवण करती है।

2. डाटा संग्रहण

सभी प्रकार की सड़क दुर्घटनाओं एवं इसकी प्रविष्टि, यातायात उल्लंघन एवं प्रवर्तन संबंधी मामले तथा यातायात अधिनियम 135 के तहत आवश्यक कार्रवाई संबंधी कार्य करती है।

3. योजना

यह शाखा यातायात प्रबंधन संबंधी नीति निर्धारण एवं कार्यान्वयन का अनुश्रवण संबंधी कार्यों का निर्वहन करती है।

4. राजमार्ग गश्ती योजना वर्टिकल

राज्य अन्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्गों पर हो रही सड़क दुर्घटनाओं की रोक-थाम हेतु प्रतिनियुक्त वाहनों का परिचालन एवं इस पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों एवं कर्मियों(चालक सहित) के नियंत्रण का कार्य इस शाखा को सौंपा गया है।

5. जी0पी0/एम0टी0

यातायात कार्यों हेतु आवश्यक उपकरणों का क्रय/रख-रखाव एवं इनके उपयोग का अनुश्रवण का कार्य इस शाखा के अधीन है।

प्रमुख उपलब्धियाँ

• पूर्व में यातायात थाना का कार्यक्षेत्र नगर निगम/परिषद क्षेत्र तक सीमित था जिसे वर्त्तमान में विस्तार कर सम्पूर्ण जिला कर दिया गया है।

• पूर्व से 12 जिलों में यातायात थाना एवं पुलिस उपाधीक्षक(यातायात) का पद सृजित था। वर्तमान में राज्य के सभी 40 जिलों(पुलिस जिला बगहा एवं नवगछिया सहित) में यातायात थाना एवं पुलिस उपाधीक्षक(यातायात) का पद सृजित है।

• पूर्व से सृजित 12 जिलों हेतु 4,556 यातायात बल स्वीकृत था जो नवसृजित 28 जिलों हेतु स्वीकृत 4,215 नये यातायात बल के बाद बढ़कर कुल 8,771 हो गया है।

• राज्य के सभी यातायात थानों को कुल 86 वाहन एवं पुलिस उपाधीक्षक(यातायात) को कुल 43 वाहन उपलब्ध करायी गयी है।

• राज्य अन्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्गों पर सड़क सुरक्षा एवं यातायात विनियमन हेतु हाईवे पेट्रोलिंग योजना की स्वीकृति मिली है जिसके प्रथम चरण में 61 वाहनों (विविध उपकरणों सहित) को सर्वाधिक दुर्घटना प्रवण राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रतिनियुक्त किया गया है। इस हेतु कुल 1,560 मानव बल की स्वीकृति मिली है।

• सभी यातायात जिलों में स्थाई आदेश सं0-02/23 के आलोक में पदाधिकारियों/ कर्मियों की पदस्थापना प्रक्रियान्तर्गत है जिसमें Age Profile को ध्यान में रखा गया है यथा सिपाही 35 वर्ष से कम उम्र का हो।

• यातायात प्रबंधन से संबंधित प्रशिक्षण हेतु सिलेबस को अंतिम रूप देते हुए IDTR औरंगाबाद में Induction प्रशिक्षण माह जून से प्रारम्भ किया गया है और अबतक तक 1,670 पदाधिकारियों/कर्मियों का प्रशिक्षण करा लिया गया है।

• पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर एवं बिहार शरीफ(नालंदा) अन्तर्गत स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत यातायात प्रबंधन का कार्य बेहतर ढंग से प्रारम्भ किया गया है जिसका व्यापक असर यातायात नियमों के अनुपालन के रूप में परिलक्षित हो रहा है।

• राज्य के सभी टॉल प्लाजा पर ई-डिटेक्शन पोर्टल व्यवस्था के माध्यम से वाहनों का डाटा संकलित कर इनकी सघन जाँच एवं प्रवर्तन की कार्रवाई की जा रही है। इससे राजमार्गों पर फिट वाहनों के परिचालन को प्रोत्साहन मिलेगा।

• सम्पूर्ण राज्य में दिनांक 01.11.2023 से मैनुअल चालान बंद करते हुए 1527 HDD मशीनों के माध्यम से फोटोग्राफिक साक्ष्य के साथ पारदर्शी तरीके से यातायात प्रवर्तन की कार्रवाई की जा रही है।

• राज्य अन्तर्गत सभी पु0अ0नि0 एवं इससे ऊपर की पंक्ति के पुलिस पदाधिकारी को यातायात नियमों के उल्लंघन के विरूद्ध शमन की शक्ति प्रदान की गयी है। पहली बार MV Act. की धारा-194(ए) (अधिक यात्रियों का वहन) एवं 196 (बीमा ना किए गये यान को चलाना) आदि के तहत शमन की शक्ति प्रदान की गयी है।

• सड़क दुर्घटना से संबंधित डाटा डिजिटल फॉर्म (i-RAD/e-DAR) में संकलन हेतु राज्यान्तर्गत सभी थानों को 1220 स्मार्ट फोन (सिम सहित) उपलब्ध करायी गयी है। इससे गौहर मोहम्मद बनाम UPSRTC न्यायादेश-सड़क दुर्घटना से संबंधित कांडों का ससमय अनुसंधान एवं मुआवजा भुगतान में सुविधा होगी।

• अपर पुलिस महानिदेशक(यातायात) के कार्यालय में पुलिस उप-महानिरीक्षक एवं सहायक पुलिस महानिरीक्षक का पद सृजित किया गया है।

बिहार राज्य यातायात पुलिस के बारे में

बिहार राज्य यातायात पुलिस की संरचना

    • मुख्यालय स्तर पर

      • ADG

        अपर पुलिस महानिदेशक

      • Dy SP

        पुलिस उपाधीक्षक

    • फील्ड स्तर पर

      • Dy SP

        पुलिस महानिरीक्षक / पुलिस उप-महानिरीक्षक

      • Dy SP

        वरीय पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक /
        पुलिस अधीक्षक (यातायात)

      • Dy SP

        पुलिस उपाधीक्षक (यातायात)

      • Dy SP

        पुलिस निरीक्षक

      • Dy SP

        पुलिस अवर निरीक्षक

      • Dy SP

        सहायक अवर निरीक्षक

      • Dy SP

        हवलदार

      • Dy SP

        सिपाही

क्र०सं० विवरण डाउनलोड
1. यातायात प्रभाग
2. सड़क सुरक्षा पर पुस्तक