नये आपराधिक कानून , 2023

बिहार पुलिस रेडियो के बारे में

बिहार पुलिस रेडियो संगठन बिहार पुलिस का एक हिस्सा है और यह राज्य पुलिस के लिए बेतार संचार की आवश्यकता को पूरा करता है। यह दो स्तरीय संचार प्रणाली प्रदान करता है, अर्थात अंतः जिला संचार और अंतर जिला संचार ।

वायरलेस संचार नेटवर्क का कार्यात्मक संगठन

●  अंतर जिला संचार नेटवर्क।

●  पोलनेट

अंतः जिला संचार

यह संचार प्रणाली जिले के भीतर पीएस/ओपी से जिला मुख्यालय और इसके विपरीत वायरलेस संचार प्रदान करती है ।

अंतर जिला संचार

राज्य में एक जिला मुख्यालय से दूसरे जिला मुख्यालय तक बेतार संचार के लिए, एचएफ संचार नेटवर्क और एक उपग्रह आधारित संचार नेटवर्क जिसे पोलनेट के रूप में जाना जाता है, कार्यरत हैं।

संचार प्रभाग संगठन का नेतृत्व अपर पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवाएं एवं वितन्तु) द्वारा किया जाता है, जिन्हें पुलिस उप-महानिरीक्षक (तकनीकी सेवाएं एवं वितन्तु) द्वारा सहायता प्रदान की जाती है, जिन्हें पुलिस अधीक्षक (वितन्तु) द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।

ERSS

आपातकालीन अनुक्रिया सहायता प्रणाली (इ0आर0एस0एस0) राज्य के अदंर रह रहे किसी भी नागरिक को आपातकालीन स्थिति में सहायता पहुंचाने हेतु एकीकृत नम्बर (112) आधारित व्यवस्था है। इस आपातकालीन अनुक्रिया सहायता प्रणाली के माध्यम से किसी भी समय, राज्य के किसी भी स्थान से पुलिस,एंबुलेंस, अग्निषमन आदि से संबंधित एकीकृत एवं त्वरित आपातकालीन सहायता प्राप्त की जा सकती है। इस सेवा का उपयोग निम्न प्रकार से किया जा सकता है:-

1. अपने फोन से 112 डायल कर, या 112 मोबाइल एप्प (112 India) का पैनिक बटन दबा कर या पैनिक बटन को सक्रिय करने के लिए तीन बार अपने स्मार्ट फोन का पावर बटन दबा कर।

2. इसके अतिरिक्त इस सहायता को बेव पोर्टल (https://br.erss.in),  ई-मेल : (dial112@bihar.gov.in)  व एस0एम0एस0 (SMS to 112) के माध्यमों से भी प्राप्त किया जा सकता है।

आपातकालीन अनुक्रिया सहायता प्रणाली (ई0आर0एस0एस0) प्रणाली की मुख्य विषेषताएं :-

1. एकल एवं एकीकृत आपातकालीन नम्बर (112)

2. राज्य के अंदर किसी भी समय आपातकालीन सहायता की उपलब्धता ।

3. सम्पूर्ण प्रणाली के प्रक्रियाआंे का संधारण ताकि संबंधित अधिकारियों / कर्मियों की जिम्मेवारी तथा जबाबदेही निर्धारित की जा सके।

4. नागरिकों के बेहतर आपातकालीन सहायता के लिए मानक संचालन प्रक्रिया का पालन, जिसमें आपातकालीन कॉल प्राप्त करने से लेकर सेवा प्रदान करने के पश्चात फीडबैक लेने तक की कार्यविधि सम्मिलित है।